भारतीय संगीत
संगीत– भारतीय संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है। पंडित शारंगदेव कृत “संगीत रत्नाकर” ग्रंथ मे भारतीय संगीत की परिभाषा “गीतम,वादयम् तथा नृत्यं त्रयम संगीत मुच्यते” कहा गया है।गायन, वाद्य वादन एवम् नृत्य; तीनों कलाओं का समावेश संगीत शब्द में मानागया है।तीनो स्वतंत्र कला होते हुए भी एक दूसरे की पूरक है …
क्या आप जानते हैं सनातन परंपरा के यह 16 संस्कार
संस्कार शब्द का मूल अर्थ है, ‘शुद्धीकरण’। मूलतः संस्कार का अभिप्राय उन धार्मिक कृत्यों से था जो किसी व्यक्ति को अपने समुदाय का पूर्ण रुप से योग्य सदस्य बनाने के उद्देश्य से उसके शरीर, मन और मस्तिष्क को पवित्र करने के लिए किए जाते थे, किन्तु हिंदू संस्कारों का उद्देश्य व्यक्ति में अभीष्ट गुणों को …
सिद्ध तिथियां, रात्रि पर्व
सिद्ध तिथियां, रात्रि, पर्व कुछ तिथियां महत्वपूर्ण एवं सिद्धि मानी जाती है, जिसका प्रयोग करने से साधना में स्वतः सिद्धि प्राप्त हो जाती है। युगारम्भ तिथियां १- सतयुग वैशाख शुक्ल तृतीया२- त्रेतायुग कार्तिक शुक्ल नवमी३- द्वापरयुग भाद्रपद कृष्ण त्रयोदशी४- कलियुग माघ कृष्ण अमावस्या दशावतार जयंती तिथियां १- मत्स्यावतार कार्तिक शुक्ल नवमी२- राम चैत्र शुक्ल नवमी३- …
दीपावली, दिवाली या दीवाली
दीपावली अथवा दीवाली, प्रकाश उत्सव है, जो सत्य की जीत व आध्यात्मिक अज्ञान को दूर करने का प्रतीक है।दीपावली का त्योहार हिन्दुओं के लिए विशेष है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। दीपावली शब्द की उत्पत्ति दो शब्दों से मिलकर हुई है दीप+आवली। दीप का मतलब दीये और आवली का मतलब श्रृंखला …
देवी का नौवां स्वरूप ‘सिद्धिदात्री’
देवी का नौवां स्वरूप ‘सिद्धिदात्री’
देवी का आठवां स्वरूप : ‘महागौरी’
देवी का आठवां स्वरूप : ‘महागौरी’
देवी का सातवां रूप :‘कालरात्रि’
देवी का सातवां रूप :‘कालरात्रि’
देवी का छठा रूप: ‘कात्यायनी’
॥ देवी का छठा रूप: ‘कात्यायनी’ ॥
देवी का पांचवां स्वरूप : ‘स्कन्दमाता’
“सिंहासनगता नित्यं
पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी
स्कन्दमाता यशस्विनी।।”