गरुड़ पुराण ग्रंथ में भगवान विष्णु अपने पक्षी गरुड़ राज को इस बारे में बारे में बताते हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार मरणोपरांत व्यक्ति का अगला जन्म किस रूप में होगा, यह उसके द्वारा जीवनकाल में किए कर्मों के आधार पर निश्चित होता है. इस अर्थ यह है कि अगले जन्म का रहस्य आपको इसी जन्म के कर्मों के आधार पर पता चलता है.