महाभारत के पात्र

अभिमन्यु : अर्जुन के वीर पुत्र जो कुरुक्षेत्र युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुये।अम्बा : शिखन्डी पूर्व जन्म में अम्बा नामक राजकुमारी था।अम्बिका : विचित्रवीर्य की पत्नी, अम्बा और अम्बालिका की बहिन।अम्बालिका: विचित्रवीर्य की पत्नी, अम्बा और अम्बिका की बहिन। अर्जुन : देवराज इन्द्र द्वारा कुन्ती एवं पान्डु का पुत्र। एक अतुल्निय धनुर्धर जिसको श्री …

विष्णुपुराणअट्ठारहपुराणोंमें अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथा प्राचीन है।

विष्णुपुराण विष्णुपुराण अट्ठारह पुराणों में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथा प्राचीन है। यह श्री पराशर ऋषि द्वारा प्रणीत है। इसके प्रतिपाद्य भगवान विष्णु हैं, जो सृष्टि के आदिकारण, नित्य, अक्षय, अव्यय तथा एकरस हैं। इस पुराण में आकाश आदि भूतों का परिमाण, समुद्र, सूर्य आदि का परिमाण, पर्वत, देवतादि की उत्पत्ति, मन्वन्तर, कल्प-विभाग, सम्पूर्ण धर्म एवं देवर्षि तथा राजर्षियों के चरित्र का विशद वर्णन है।भगवान विष्णु प्रधान होने के बाद भी यह पुराण विष्णु और शिव के अभिन्नता का प्रतिपादक …

श्रीमद भगवत गीता महाभारत के भीष्मपर्व के 25 वें अध्याय से शुरू होती है।

श्रीमद भगवत गीता भारतीय महाकाव्य महाभारत से संस्कृत श्लोकों का एक संग्रह है। श्रीमद भगवत गीता महाभारत के भीष्मपर्व के 25 वें अध्याय से शुरू होती है।  श्रीमद भगवत गीता भारतीय महाकाव्य महाभारत से संस्कृत श्लोकों का एक संग्रह हैभगवत गीता में कृष्ण और अर्जुन के बीच की बातचीत को चित्रित किया गया है। इसमें योद्धा अर्जुन …

शरद पूर्णिमा,शरद पूर्णिमा का महत्व, तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा व रास पूर्णिमा भी कहते हैं; हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा को कहते हैं। ज्‍योतिष के अनुसार, पूरे वर्ष में केवल इसी दिन चन्द्रमाँ सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। हिन्दू धर्म में इस दिन कोजागर व्रत माना गया है। इसी को कौमुदी व्रत भी कहते हैं …

दशहरा -विजयादशमी 

अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। दशहरा अथवा …

पंचांग की आठवीं तिथि को अष्टमी कहते हैं।

पंचांग की आठवीं तिथि को अष्टमी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है: एक पूर्णिमा होने पर और दूसरी अमावस्या होने पर। पूर्णिमा के पीछे से आने वाली अष्टमी को कृष्ण पक्ष की अष्टमी और अमावस्या के उपरांत आने वाली अष्टमी को शुक्ल पक्ष की अष्टमी कहते हैं। अष्टमी कौन सी माता …

वेदो में सृष्टि का वर्णन कहाँ से मिलता है

वेदो में सृष्टि का वर्णन कहाँ से मिलता है वेद, भारतीय धर्म और दर्शन के प्राचीन ग्रंथ हैं, और वे सृष्टि (सृजन) और ब्रह्म (ब्रह्मांडीय वास्तविकता) के विषय में व्यापक रूप से विचार करते हैं। सृष्टि और ब्राह्मण का वर्ण वेदों के भिन्न अंशों में मिलता है। ऋग्वेद: ऋग्वेद, सृष्टि के प्रथम स्रोत के रूप …